Sabrina Doll Ki Sachi Kahani Jankar Aapko Bhi Yakin Nahin Hoga
इंग्लैंड का योक शहर में डेवेल्थम अपनी पत्नी सुफिया और 9 साल की अपनी भांजी लूसी के साथ रहता था । लूसी के माता-पिता की मृत्यु के बाद डेव और सुफिया उसे अपने घर पर लेकर आए थे और देखभाल करते थे । लूसी के ज्यादा दोस्त नहीं थे माता-पिता के जाने के बाद वह काफी दु:खी रहती थी । देव और सोफिया ने लूसी के जन्मदिन पर एक डॉल तोहफे में दी उस डॉल का नाम सबरीना था । इस पार्टी में लूसी का एक दोस्त भी आया था उसे उसके दु:खी होने का कारण पता था इसलिए वह उसके लिए एक ओइजा बोर्ड लाया था । उसने लूसी को बताया कि उसे बोर्ड की मदद से वह अपने माता-पिता को भी बुला सकती है पार्टी खत्म होने के बाद रात में लूसी ओइजा बोर्ड की मदद से अपने माता-पिता को बुलाने लगी । काफी देर तक कुछ नहीं हुआ कुछ देर बाद उसे अपना नाम सुनाई दिया उसने देखा तो वहां उसकी मां खड़ी थी तभी उसे अंकल डेव के आने की आवाज आई उसने अपनी मां को जाने के लिए कहां और कल फिर मिलने के लिए बुलाया । अगले दिन रात को लूसी ने ओइजा बोर्ड निकाल लिया उसे लगा तो उसकी मां आ गई लेकिन दिख नहीं रही थी तभी उसे लगा किसी ने उसका पैर पकड़ लिया है और तभी कोई उसे खींचकर बेड के नीचे ले गया । वह उसकी मां थी और उनका चेहरा बदलकर डेविल के चेहरे जैसा बन गया उसने आंखें बंद कर ली जब उसने आखें खोली तो वहां पर सबरीना डोल थी । तभी उसकी चीख सुनकर उसके अंकल-आंटी उसके कमरे में आ गए उन्होंने देखा वहां पर ओइजा बोर्ड रखा है देव ने ओइजा बोर्ड को उठाकर खिड़की के बाहर फेंक दिया । तभी डेव कांपने लगा उसने अपने दोस्त को फोन किया जो एक पैरानॉर्मल एक्सपर्ट था तभी अचानक खिड़की पर टकटक हुई उन सभी ने देखा वह ओइजा बोर्ड अपने आप खिड़की के अंदर आने की कोशिश कर रहा था । तभी सबरीना अपने आप खिड़की की तरफ पहुंच गई और वहां ओइजा बोर्ड खिड़की से नीचे की तरफ गिर गया तभी सबरीना डेव को देखने लगी और जोर-जोर से हंसने लगी । सबरीना लूसी की तरफ भागी डेव और सुफिया लूसी को उठाकर भागते हुए नीचे आ गए उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि इस डॉल में जान कहां से आ गया उन्होंने देखा सबरीना उल्टी होकर सीडीओ से नीचे आ गई थी । सबरीना उन्हें ढूंढते हुए उनके पास आ गई उसने किचन से चाकू उठा लिया और उन्हें ढूंढने लगी तभी वहां देव का दोस्त पहुंच चुका था जोकि एक पैरानॉर्मल एक्सपर्ट था । उसने कुछ जाप किया तभी वह डाल अचानक से रुक गई और जमीन पर गिर गई तभी लूसी जोर से चिल्लाने लगी वह डेविल सबरीना से निकलकर सुफिया पर आ गया और उसने लूसी का गला पकड़ लिया था । देव का दोस्त लूसी को बचाने के लिए भागा तभी सुफिया ने उसे ज़ोर से धक्का दिया और लूसी को डेव के पास ले आई वह आत्मा लूसी का गला दबाते हुए देव को देखकर जोर-जोर से हंसने लगी । देव ने उस डेविल से लूसी और सुफिया को छोड़ने के लिए कहां तभी वह पैरानॉर्मल एक्सपर्ट उठा उसने सुफिया के माथे पर एक पाउडर लगाया जिससे भी बेहोश हो गई उसने आदमी ने एक अनुष्ठान किया और उसे डॉल को उठाकर वहां से ले गया । अगले दिन जब सुफिया उठी तो देव ने उसे पूरी बात बताई कुछ दिन तक तो सब सही चल रहा था थोड़े दिन बाद ही देव की पागलपन के दौरे पड़ने लगे । उसे वह सबरीना डॉल घर में हर जगह दिखती है हंसती रहती डेव पूरी तरह से पागल हो गया था और उसने एक दिन फांसी लगा ली उसके सुसाइड नोट से पता चला कि उसी ने लूसी के माता-पिता को मरवाया था ताकि वह उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा कर सके । सुफिया को समझ आ गया वह आत्मा अपना बदला लेने डॉल में आई थी उसके बाद सूफी लूसी को लेकर अपनी आंटी के पास रहने लंदन में चली गई ।
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